आज के दिन प्रत्येक वर्ष सरकार की तरफ से हिन्दी का श्राद्ध - दिवस मनाया जाता है । कुछ हिन्दी भाषी सरकारी चमचे इस समारोह का आयोजन करके हिन्दी को मृत बताने का षडयंत्र करते है। हिन्दी भाषियों के मुहँ पर यह सरकारी तमाचा है और कुछ नहीं । किन्तु सत्तर करोड़ लोगों की मातृभाषा और निरन्तर ज्ञान - विज्ञान तथा तकनीक की भाषा बनती हिन्दी मैकाले के मानसपुत्रो के ऐसे किसी षडयंत्र से कमजोर नही होने वाली ।
जय हिन्दी !
जय हिन्दीभाषी !!
जय हिन्दुस्तान !!!
दिल्ली -
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जय हिन्दी !
जय हिन्दीभाषी !!
जय हिन्दुस्तान !!!
दिल्ली -
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